“अमेरिकी कंपनी Stellantis ने 8,390 Dodge Charger Daytona EVs को रिकॉल किया है क्योंकि इनके एम्पलीफायर में सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण पैदल यात्रियों को चेतावनी देने वाली ध्वनि काम नहीं कर रही। यह उल्लंघन FMVSS 141 नियमों के खिलाफ है। डीलर्स मुफ्त में सॉफ्टवेयर अपडेट करेंगे। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ऐसे नियमों की क्या है स्थिति?”
डॉज चार्जर डेटोना EVs में खामी, पैदल यात्रियों की सुरक्षा खतरे में
अमेरिकी ऑटोमोबाइल निर्माता Stellantis ने अपने Dodge Charger Daytona इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के लिए एक बड़ा रिकॉल जारी किया है। कुल 8,390 वाहन, जो 2024 और 2025 मॉडल वर्षों के हैं, इस रिकॉल का हिस्सा हैं। कारण है इनके एक्सटीरियर एम्पलीफायर में सॉफ्टवेयर की कमी, जिसके चलते पैदल यात्रियों को चेतावनी देने वाली ध्वनि उत्पन्न नहीं हो रही। यह खामी अमेरिका के फेडरल मोटर व्हीकल सेफ्टी स्टैंडर्ड (FMVSS) नंबर 141 का उल्लंघन करती है, जो हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए न्यूनतम ध्वनि आवश्यकताओं को अनिवार्य करता है।
नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन (NHTSA) के अनुसार, ये वाहन 30 अप्रैल, 2024 से 18 मार्च, 2025 के बीच निर्मित किए गए थे। अनुमान है कि इस रिकॉल से प्रभावित वाहनों में से केवल 3% में यह सॉफ्टवेयर समस्या मौजूद है। बिना ध्वनि के ये वाहन पैदल यात्रियों और अन्य ड्राइवरों के लिए खतरा बन सकते हैं, खासकर कम गति पर, जहां इलेक्ट्रिक वाहन स्वाभाविक रूप से शांत होते हैं।
Stellantis ने इस समस्या का समाधान करने के लिए डीलर्स को निर्देश दिया है कि वे प्रभावित वाहनों के एम्पलीफायर सॉफ्टवेयर की जांच करें और आवश्यकता पड़ने पर इसे मुफ्त में अपडेट करें। वाहन मालिकों को 10 जुलाई, 2025 से नोटिफिकेशन लेटर मिलने शुरू होंगे। मालिक Chrysler की कस्टमर सर्विस (800-853-1403) या NHTSA की व्हीकल सेफ्टी हॉटलाइन (1-888-327-4236) पर संपर्क कर सकते हैं।
यह रिकॉल उस विडंबना को उजागर करता है कि Dodge Charger Daytona, जिसे अपने “Fratzonic Chambered Exhaust” सिस्टम के लिए जाना जाता है जो 126 डेसिबल की नकली V8 इंजन ध्वनि उत्पन्न करता है, अब बहुत शांत होने के कारण चर्चा में है। यह सिस्टम पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए जरूरी ध्वनि से अलग है, जो कम गति पर एक विशिष्ट “whoo-whirl” ध्वनि उत्पन्न करता है।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए समान नियम अभी प्रारंभिक चरण में हैं। भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने EVs के लिए न्यूनतम ध्वनि आवश्यकताओं पर विचार शुरू किया है, लेकिन अभी तक कोई सख्त नियम लागू नहीं हुआ है। यह रिकॉल भारतीय EV निर्माताओं और नीति निर्माताओं के लिए एक सबक हो सकता है, क्योंकि शहरी क्षेत्रों में पैदल यात्रियों की सुरक्षा एक बढ़ती चिंता है।
Disclaimer: यह लेख ऑटोमोटिव उद्योग से संबंधित समाचार और NHTSA, MoparInsiders.com, और अन्य विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। रिकॉल की जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। प्रभावित वाहन मालिकों को आधिकारिक डीलर या NHTSA से संपर्क करना चाहिए।