“उत्तर प्रदेश का सोलर विलेज मिशन ग्रामीण घरों को मुफ्त सौर ऊर्जा प्रदान कर रहा है। अयोध्या को सौर शहर बनाने की योजना के तहत 50,000 घरों में सोलर पैनल लगाए जाएंगे। यह पहल ऊर्जा गरीबी को कम करने, पर्यावरण को बचाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखती है।”
उत्तर प्रदेश में सौर क्रांति: ग्रामीण घरों को मुफ्त बिजली
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोलर विलेज मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ्त सौर ऊर्जा प्रदान करने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इस मिशन का उद्देश्य ऊर्जा गरीबी को खत्म करना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है। अयोध्या को भारत का पहला सौर शहर बनाने की दिशा में 50,000 घरों में सोलर पैनल स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक 1 किलोवाट सोलर पैनल की लागत ₹65,000 है, जिसमें केंद्र सरकार ₹30,000 और राज्य सरकार ₹15,000 की सब्सिडी दे रही है।
इसके अलावा, PM-KUSUM योजना के तहत किसानों को सोलर पंप के लिए अतिरिक्त अनुदान मिलेगा। अयोध्या में 5,000 की आबादी वाले प्रत्येक गांव को मॉडल सोलर विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रत्येक मॉडल सोलर विलेज के लिए केंद्र सरकार ने ₹1 करोड़ का बजट आवंटित किया है, जो ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित किया जाएगा।
Tata Power Renewable Microgrid Limited (TPRML) जैसी निजी कंपनियां भी इस दिशा में योगदान दे रही हैं। TPRML ने 2019 से गोंडा, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जैसे क्षेत्रों में 150 गांवों में सोलर माइक्रोग्रिड स्थापित किए हैं। सीतापुर के रियूसा गांव में 40 किलोवाट का माइक्रोग्रिड 100 से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली प्रदान कर रहा है, जिसमें गुड़ बनाने वाले कारखाने और स्थानीय दुकानें शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, Decentralized Renewable Energy for Women’s Economic Empowerment (DEWEE) कार्यक्रम के तहत 1,000 से अधिक ग्रामीण महिलाओं ने सौर ऊर्जा से संचालित व्यवसाय शुरू किए हैं। इनमें आटा चक्की, सिलाई इकाइयां और डेयरी व्यवसाय शामिल हैं, जिनसे 4 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित हुई है। यह पहल न केवल ऊर्जा पहुंच बढ़ा रही है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त भी कर रही है।
सोलर विलेज मिशन न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहा है, बल्कि ग्रामीण भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ा रहा है। सौर ऊर्जा की मदद से बच्चे रात में पढ़ाई कर सकते हैं, और छोटे व्यवसाय बिना रुकावट बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख हाल के समाचारों, रिपोर्टों और विश्वसनीय स्रोतों जैसे Times of India, Drishti IAS, और Economic Times पर आधारित है। जानकारी को सटीकता के साथ प्रस्तुत किया गया है, लेकिन पाठकों को नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक स्रोतों की जांच करने की सलाह दी जाती है।